देहरादून। डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने जानकारी देते हुये बताया की इस साल सावन महीने की शुरुआत 22 जुलाई से हो चुकी है। इसका समापन 19 अगस्त 2024 को होगा। पंचांग के अनुसार इस साल 2 अगस्त 2024 को सावन शिवरात्रि मनाई जा रही है। ऐसे में जल भी इस दिन चढ़ेगा। इस दौरान कुछ लोग घर पर भी महादेव का जलाभिषेक करते हैं। सावन शिवरात्रि के शुभ दिन पर आप सूर्योदय से पहले ही स्नान कर लें। स्नान के बाद साफ वस्त्रों को धारण करें। इसके बाद पूजा की सभी सामग्रियों को एकत्रित कर लें। फिर पूजा करना शुरू करें। सबसे पहले आप शिवलिंग का दूध, दही, शहद, घी, शक्कर, गन्ने के रस से अभिषेक करें। फिर आप गंगाजल में काला तिल मिलाकर 108 बार महादेव के महामृत्युजंय मंत्र का जाप करें। इसके बाद इस जल को शिवलिंग पर अर्पित कर दें। धीरे-धीरे महादेव की प्रिय चीजों को अर्पित करते जाएं। अब आप महादेव के समक्ष आटे का चौमुखी दीपक जला लें। फिर शिव मंत्र और शिव चालीसा का पाठ करें।
सावन के महीने की शिवरात्रि का महत्व बहुत खास माना जाता है। शिवपूराण के अनुसार सावन शिवरात्रि का व्रत करने से आपको संपूर्ण सावन की पूजा का फल प्राप्त होता है। साथ ही भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके प्रभाव से आपके जीवन में सुख समृद्धि बढ़ती है और परिवार में खुशियां आती हैं। मान्यता है कि शिवरात्रि का व्रत शिवजी को सबसे प्रिय होता है और सावन शिवरात्रि का महत्व फाल्गुन मास की शिवरात्रि के बाद सबसे अधिक माना जाता है। सावन की शिवरात्रि 2 अगस्त को मनाई जाएगी।
हिंदू पंचांग में बताया गया है कि सावन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 2 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 26 मिनट से आरंभ होगी और अगले दिन यानी कि 3 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 50 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में सावन शिवरात्रि का व्रत 2 अगस्त को रखा जाएगा। इस दिन रुद्राभिषेक करने का महत्व सबसे खास माना जाता है। सावन शिवरात्रि के दिन रुद्राभिषेक करने से आपको शीघ्र ही पूजा का लाभ मिल जाता है। हिंदू पंचांग में बताया गया है कि सावन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 2 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 26 मिनट से आरंभ होगी और अगले दिन यानी कि 3 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 50 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में सावन शिवरात्रि का व्रत 2 अगस्त को रखा जाएगा। इस दिन रुद्राभिषेक करने का महत्व सबसे खास माना जाता है। सावन शिवरात्रि के दिन रुद्राभिषेक करने से आपको शीघ्र ही पूजा का लाभ मिल जाता है।
सावन शिवरात्रि शुभ मुहूर्त 2024
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 4 बजकर 31 मिनट से 5 बजकर 15 मिनट तक रहेगा।
विजय मुहूर्त – दोपहर 2 बजकर 45 मिनट से 3 बजकर 37 मिनट तक रहने वाला है।
गोधूलि मुहूर्त – शाम 07 बजकर 08 मिनट से 08 बजकर 13 मिनट तक होगा।
निशिता मुहूर्त – रात 12 बजकर 12 मिनट से 12 बजकर 55 मिनट तक रहेगा।
सर्वार्थ सिद्धि योग – 2 अगस्त 2024 सुबह 10 बजकर 59 मिनट से 3 अगस्त 2024 को सुबह 6 बजकर 2 मिनट तक रहेगा।