बरेली, जागरण संवाददाता। समान नागरिक संहिता (कामन सिविल कोड ) का विरोध शुरू हो गया है। बरेलवी मौलानाओं ने साफ कर दिया कि समान नागरिक संहिता किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे। आल इंडिया मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी के साथ कई मौलानाओं ने ऐलान कर दिया कि समान नागरिक संहिता शरीयत में हस्तक्षेप करती है इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
कई चुनावों में यूसीसी भाजपा के घोषणापत्र में रहा है। जबकि निजी सदस्य का बिल 2020 से लंबित था लेकिन पेश नहीं किया गया था। UCC नागरिकों के व्यक्तिगत कानूनों को बनाने और लागू करने के लिए एक प्रस्तावित कानून है जो सभी नागरिकों पर उनके धर्म लिंग या यौन अभिविन्यास की परवाह किए बिना लागू होगा। लेकिन इसका विरोध हो रहा है।