देहरादून 26 अप्रैल। एक महत्वपूर्ण शैक्षिक भ्रमण में, सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के 35 कैडेटों (11 लड़की कैडेट और 24 लड़के) ने नई दिल्ली में पुराने और नए संसद भवन का दौरा किया। यात्रा का आयोजन प्राचार्य ग्रुप कैप्टन वीएस डंगवाल के नेतृत्व एवं निर्देशन में किया गया। अपने गुरुओं के साथ, कैडेटों ने इन प्रतिष्ठित संरचनाओं के ऐतिहासिक और समकालीन महत्व को गहराई से समझा और देश के विधायी निकाय के कामकाज में अमूल्य अंतर्दृष्टि प्राप्त की। उनकी यात्रा का मुख्य आकर्षण भारत के सम्मानित उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ के साथ एक विशेष बैठक थी, जहां कैडेटों को माननीय उपराष्ट्रपति के साथ बातचीत में शामिल होने का सम्मान मिला।
बातचीत ने उन्हें देश की सबसे प्रमुख हस्तियों में से एक से ज्ञान प्राप्त करने का दुर्लभ अवसर प्रदान किया, जिससे कैडेटों में नागरिक जिम्मेदारी और सार्वजनिक सेवा की गहरी समझ विकसित हुई। उपराष्ट्रपति, जो सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ के पूर्व छात्र हैं, सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के युवा जीवंत कैडेटों को देखकर बहुत प्रभावित हुए। उन्होंने सैनिक स्कूलों की समृद्ध संस्कृति के बारे में विस्तार से बताया और कैडेटों के साथ अपने ज्ञान का खजाना साझा किया। इस शैक्षिक यात्रा ने न केवल सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के कैडेटों के क्षितिज को व्यापक बनाया बल्कि उनमें अपने राष्ट्र के प्रति कर्तव्य की गहरी भावना भी पैदा की। जैसे ही वे अपने अल्मा मेटर में लौटते हैं, अपने अनुभवों से समृद्ध होकर, ये युवा दिमाग भारत के लोकतंत्र और विरासत के भावी संरक्षक बनने के लिए तैयार होते हैं।