कार्यकर्ताओं को जोड़े रखने में हो रहा असफल हो रहा कांग्रेस संगठन
देहरादून। आज संपूर्ण देश में मोदी लहर चल रही है इस लहर को श्री अयोध्या जी में राम मंदिर निर्माण ने और अधिक बल दे दिया। आगामी लोकसभा चुनाव भी भाजपा मोदी के चेहरे को आगे कर लड़ने जा रही हैं। इस समय मोदी की गारंटी बच्चे-बच्चे की जुबां पर है। केवल देश का बच्चा ही नहीं बल्कि कांग्रेसी तक मोदी की गारंटी से इतने अधिक मोहित हो रहे है कि वह अपने दल के प्रति निष्ठा को भी ताक पर रखकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर रहे है।
अभी हाल ही में कांग्रेस पार्टी को एक बड़ा झटका उस समय लगा था जब कांग्रेस के दिग्गज नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन्न ने कांग्रेस से अलविदा कह दिया था, हालांकि उन्हे कांग्रेस ने 6 साल के लिये पार्टी से निस्कासित किया था। हो जो भी यह कांग्रेस के लिये झटका था। कहा तो यहां तक जा रहा है कि जब 22 जनवरी को अयोध्या जी में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा हो रही थी, उस समय एक न्यूज चैनल की डिवेट में आचार्य प्रमोद कृष्णन्न ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ कर दी थी। जो कांग्रेसियों के गले नहीं उतरी और उनका कांग्रेस से निस्कासन हो गया। कांग्रेस को ऐसे ही झटके आये दिन उत्तराखण्ड में भी लग रहे हैं।
कांग्रेस को दो माह मे जो लोग अलविदा कह कर भाजपा मे गये उस पर एसकेएम न्यूज सर्विस से संदीप गोयल की खास रिपोट। उत्तराखण्ड में कांग्रेस के दिग्गज नेता किसी न किसी बहाने से कांग्रेस को अलविदा कह रहे है। कांग्रेस संगठन अपने ही पूर्व मंत्री, पूर्व विधायकों से लेकर कार्यकर्ताओं तक को रोकने में नाकाम साबित हो रहा है। जो लोग पार्टी को अलविदा कह रहे है वह संगठन के नेताओं के उपर घमण्डी होने तक का आरोप जड़ रहे है। उनका तो यहां तक कहना है कि जब संगठन के बड़े नेता कार्यकर्ताओं से बात करने से भी गुरेज करते है तो ऐसे में पार्टी में रहकर क्या फायदा। वहीं कई नेताओं का तो कहना है कि उनका कांग्रेस में दम घुटने लगा था और अंर्तरात्मा कांग्रेस छोड़ने के लिये झिंझौर रही थी। जबकि भारतीय जनता पार्टी एक ऐसी पार्टी है अपने आम कार्यकर्ताओं भी पूर्ण सम्मान देती है। एक के बाद एक चुनावों में मिल रही हार से भी कांग्रेस पार्टी सबक नहीं सीख रही। जहां एक ओर कांग्रेस को अलविदा कहने वाले नेता संगठन के उपर आरोपों की झड़ी लगा रहे है, वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भी भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि भाजपा सत्ता के बल पर दल बदल करवा रही हैं। भाजपा सीबीआई और ईडी का हववा दिखाकर विपक्षी दल के लोगों को अपनी पार्टी में शामिल करवाने के साथ ही पैसे और सत्ता का भी लालच दे रही हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा तो यहां तक कह रहे हैं कि भाजपा का असली चेहेरा खरीद फरोख्त और लालच देने वाला है। दल बदल और खरीद फरोख्त भाजपा की असली राजनीति है उसे जनता के विकास से दूर -दूर तक कोई सरोकार नहीं है।
वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट का कहना है कि पीएम मोदी और सीएम धामी के विकास कार्यो का अनुभव कर जनता ने भाजपा को चुनने का मन बनाया हुआ है। जनता के भाव और अनवरत हजारों दूसरी पार्टी के कार्यकर्ताओं और सामाजिक लोगों का भाजपा के साथ आना देवभूमि के भाजपा मय और मोदी मय माहौल की गवाही देता है। उनका यहां तक कहना है कि 5 मार्च से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ वह विधानसभा स्तर पर ज्वाईंनिग अभियान को ले जाने वाले है। जहां एक तरफ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष 5 मार्च से विधानसभा स्तर पर सदस्यता अभियान को चलाने की बात कर रहे है वहीं दूसरी ओर कांग्रेसी खेमा यह सोच-सोचकर परेशान है कि अब न जाने कौन सा नेता पंजे को टाटा कर कमल का फूल न थाम लें।
कांग्रेस पार्टी को पहले ही कई बड़े़ झटके लग चुके है। सबसे पहला झटका तो उस समय लग गया था जब पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट, महिला महानगर कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष कमलेश रमन, डॉ. आर पी रतूड़ी, किसान कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष रतन मणि भट्ट, पूर्व विधायक व वरिष्ठ कांग्रेस नेता शैलेन्द्र रावत, पूर्व कैबिनेट मंत्री दिनेश धन्नै, कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री एवं मीडिया प्रभारी पी.के. अग्रवाल, जिलाध्यक्ष पछवादून श्रीमती लक्ष्मी अग्रवाल, प्रदेश प्रवक्ता श्रीमती किरन सिंह, उत्तरकाशी से वरिष्ठ कांग्रेस नेता हेमचन्द्र, कोटद्वार से कांग्रेस पार्टी की प्रदेश सचिव कृष्णा बहुगुणा, पौड़ी से पाबो ब्लॉक प्रमुख श्रीमती रजनी रावत, वरिष्ठ कांग्रेस नेता राम सिंह रावत, कांग्रेस सरकार के पूर्व समाज कल्याण बोर्ड अध्यक्ष एवं वर्तमान में एआईसीसी सदस्य श्रीमती धनेश्वरी घिड़ियाल, कांग्रेस के पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य देवल चमोली के दिगम्बर सिंह रावत, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव एवं पूर्व राज्य सभा सदस्य प्रतिनिधि पौड़ी आनंद सिंह रावत, जिला सचिव पौड़ी धर्मेन्द्र चौहान, पूर्व पिछड़ा आयोग अध्यक्ष अशोक वर्मा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुभाष वर्मा, मीडिया प्रभारी युवा कांग्रेस शिवा वर्मा, निर्वतमान नगर पंचायत अध्यक्ष नानक मत्त्ता, प्रेम सिंह, उत्तरकाशी से पूर्व प्रदेश सचिव कांग्रेस एवं निदेशक जिला सहकारी बैक शरद चौहान, ने कांग्रेस पार्टी को अलविदा कहकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। बात यहीं खत्म नहीं होती आने वाले समय में कांग्रेस को कई और बड़े झटके लग सकते है। जो भी हो वर्तमान में कांग्रेस की जो दशा और दिशा चल रही है वह वास्तव में चिंताजनक है। जहां कांग्रेस वर्तमान खतरें को नहीं भांप पा रही है वहीं दूसरी और भाजपा अपने बढ़ते कुनबे को देखकर फूले नहीं समा रहीं । आने वाले समय में ऊंट किस करवट बैठता है यह तो वक्त ही बतायेगा। फिलहाल पूरे देश के साथ-साथ उत्तराखंड में मोदी की गांरटी चल रही है।
कब कौन भाजपा में हुआ शामिल :-
15 जनवरी। भाजपा ने सूर्य उत्तरायण के साथ, विभिन्न पार्टियों के सैकड़ों नेताओं को पार्टी में शामिल कर सदस्यता अभियान का शानदार श्रीगणेश किया। इस अवसर पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट, कमलेश रमन, डॉक्टर आरपी रतूड़ी, हेम आर्य, किसान कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष रत्नमणि भट्ट ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
28 जनवरी। पूर्व विधायक एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता शैलेंद्र रावत ने भाजपा का दामन थामा।
5 फरवरी। लगभग 2 हजार से अधिक समर्थकों के साथ पूर्व कैबिनेट मंत्री दिनेश धन्ने ने भाजपा की सदस्यता ली। इसके अतिरिक्त कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री एवं मीडिया प्रभारी पीके अग्रवाल, ज़िला अध्यक्ष पछुवादून श्रीमती लक्ष्मी अग्रवाल, प्रदेश प्रवक्ता श्रीमती किरण सिंह, प्रदेश प्रवक्ता कांग्रेस सुरेंद्र ठाकुर, प्रदेश सचिव एस विक्रांत प्रजापति, रॉबिन चौधरी समेत बड़ी संख्या में सैकड़ों कांग्रेसी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने भाजपा को सदायता ली। इसी तरह उत्तरकाशी से वरिष्ठ कांग्रेस नेता हेमचंद के साथ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने भाजपा की सदस्यता ली।
8 फरवरी। भाजपा ज्वाइनिंग अभियान के क्रम में ब्लॉक प्रमुख एवं दर्जनों क्षेत्र पंचायत सदस्यों समेत सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने भाजपा का दामन थामा। कोटद्वार की रहने वाली कांग्रेस पार्टी की प्रदेश सचिव कृष्णा बहुगुणा भी भाजपा में शामिल हुई।
21 फरवरी। पौड़ी के पाबो ब्लॉक प्रमुख श्रीमती रजनी रावत, राम सिंह रावत वरिष्ठ कांग्रेस नेता, विनोद सिंह नेगी, पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख द्वारीखाल, दिनेश सिंह पूर्व प्रधान, जसवंत सिंह पूर्व प्रधान, अमित रावत वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया।
23 फरवरी। कांग्रेस को तगड़ा झटका देते हुए कांग्रेस सरकार में पूर्व समाज कल्याण बोर्ड अध्यक्ष एवं वर्तमान में एआईसीसी सदस्य श्रीमती धनेश्वरी घिल्डियाल, कांग्रेस से पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य रहे देवल चमोली के दिगंबर सिंह रावत अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गई।
25 फरवरी। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रतिनिधि पौड़ी आनंद सिंह नेगी, जिला सचिव पौड़ी धर्मेंद्र धर्मेश चौहान, मीडिया प्रभारी पाबों ब्लॉक नवीन भंडारी, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य नागेंद्र रावत, सुरेंद्र राणा, उपाध्यक्ष ब्लॉक कमेटी पाबो पौड़ी रमेश ढोंडियाल, पूर्व प्रधान बलबीर गुसाईं, ओम प्रकाश रावत, शिवदत्त पंत, प्रदीप नेगी, महेश नेगी, सुरेंद्र रावत, महावीर नेगी, मंडल अध्यक्ष पाबौ नरेंद्र सिंह भंडारी, पूरन राणा, रणवीर चौहान, डॉक्टर शिवचरण नौटियाल के साथ बड़ी संख्या में वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने भाजपा का दामन थाम लिया।
26 फरवरी। पूर्व ज़िला पंचायत अध्यक्ष सुभाष वर्मा, प्रकाश रमोला एवं देहरादून नगर निगम के दो बार पूर्व नेता प्रतिपक्ष और पूर्व अध्यक्ष पिछड़ा आयोग अशोक वर्मा, मीडिया प्रभारी युवा कांग्रेस शिव वर्मा, निवर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष नानकमत्ता कांग्रेस के प्रेम सिंह, उत्तरकाशी से पूर्व प्रदेश सचिव कांग्रेस एवं निदेशक जिला सहकारी बैंक शरद चौहान, उत्तरकाशी से गौरव रमोला महामंत्री कांग्रेस कमेटी, थराली विधानसभा से सरवन सिंह रावत पूर्व ब्लाक अध्यक्ष, पूर्व प्रदेश प्रवक्ता कांग्रेस कैलाश कुमार ने भाजपा का दामन थाम लिया। (एस.के.एम. न्यूज सर्विस)