देहरादून, 04 जून 2024। नरेंद्र मोदी 26 मई 2014 से अब तक लगातार तीसरी बार भारत के प्रधानमन्त्री बन रहे हैं। नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमन्त्री पद पर आसीन होने वाले स्वतन्त्र भारत में जन्मे प्रथम व्यक्ति हैं। इससे पहले वे 7 अक्तूबर 2001 से 22 मई 2014 तक गुजरात राज्य के मुख्यमन्त्री रह चुके हैं। मोदी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य हैं।
गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी ने विकास का गुजरात मॉडल दिया, जिसने पूरे देश में उनकी खास पहचान बनाई। इसी पहचान के दम पर साल 2014 में उन्हें भाजपा ने पीएम पद का दावेदार घोषित किया। 2014 में भाजपा ने शानदार जीत हासिल की और नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने। प्रधानमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी ने कई ऐसे काम किए, जो क्रांतिकारी साबित हुए, जिनमें मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, डिजिटल इंडिया जैसे अभियानों ने देश के विकास को गति दी तो सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयरस्ट्राइक ने उनकी छवि एक ऐसे नेता की बनाई, जो दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देना जानता है। पीएम मोदी ने देशवासियों में देश को लेकर एक विश्वास और स्वाभिमान की भावना जाग्रत की। जिसके दम पर साल 2019 में भाजपा बंपर बहुमत लेकर सत्ता में वापस लौटी।
देशवासियों के मिले समर्थन से पीएम मोदी ने दूसरे कार्यकाल में कई ऐसे ऐतिहासिक फैसले लिए, जो इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गए हैं। इनमें जम्मू कश्मीर के अनुच्छेद 370 हटाना, अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शामिल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन में देश में हिंदू पहचान मजबूत हुई है और वह खुद इसे लेकर काफी मुखर हैं। इसकी वजह से कई बार उन्हें आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने इसकी कभी परवाह नहीं की। अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर देश बेहतर स्थिति में है। रूस-यूक्रेन युद्ध, इस्राइल-हमास युद्ध और चीन के आक्रामक रूख के खिलाफ पीएम मोदी ने जिस तरह से स्टैंड लिया है, साथ ही जी20 के सफल आयोजन और दुनियाभर में पीएम मोदी की लोकप्रियता ने उन्हें मजबूत वैश्विक नेता के तौर पर स्थापित कर दिया है।
पीएम मोदी का जन्म 17 सितंबर, 1950 को गुजरात के मेहसाणा जिले के वडनगर में हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अन्य पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखते हैं और उनके पिता वडनगर स्टेशन पर चाय की दुकान चलाते थे, जिस पर बचपन में नरेंद्र मोदी भी काम किया करते थे। बचपन में ही पीएम मोदी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए थे। इस दौरान उन्होंने संघ के प्रांत प्रचारक लक्ष्मणराव इनामदार के असिस्टेंट के तौर पर भी काम किया। साल 1972 में नरेंद्र मोदी खुद संघ प्रचारक बन गए और उन्होंने कई सामाजिक आंदोलनों में हिस्सा लिया। संगठन और सामाजिक काम करते हुए पीएम मोदी साल 1981 में प्रांत प्रचारक बने। प्रांत प्रचारक रहते हुए उन्हें आरएसएस की विभिन्न शाखाओं जैसे भारतीय किसान संघ, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और विश्व हिंदू परिषद आदि के समन्वयक की जिम्मेदारी दी गई। इस तरह पीएम मोदी ने जमीनी स्तर पर काम करके संघ के कामकाज समझा और संगठन की समझ हासिल की। शायद वही संगठन की समझ है, जिसकी वजह से पीएम मोदी आज भी जनता के विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए सीधे तौर पर जुड़े रहते हैं। यही खासियत उन्हें जननेता बनाती है और दूसरे नेताओं से अलग करती है।
गुजरात में संघ का काम करते हुए ही पीएम मोदी की संगठन क्षमता की गूंज पार्टी में दिल्ली तक पहुंची। लालकृष्ण आडवाणी साल 1986 में भाजपा के अध्यक्ष बने तो उन्होंने ही पीएम मोदी की संघ से भाजपा में एंट्री कराई और उन्हें पार्टी में संगठन मंत्री का पद दिया। जब आडवाणी ने 1990 में सोमनाथ मंदिर से देश के पश्चिमी तट तक चर्चित रथ यात्रा निकाली तो गुजरात में रथ यात्रा के आयोजन की जिम्मेदारी मोदी को ही सौंपी गई। साल 1991 में जब तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी ने कन्याकुमारी से लेकर श्रीनगर तक एकता यात्रा निकाली तो उस यात्रा के आयोजन, संगठन की पूरी जिम्मेदारी नरेंद्र मोदी ने ही उठाई थी। इन्हीं यात्राओं के बाद भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में मोदी एक जाना पहचाना नाम बन गए। गुजरात में भाजपा संगठन को मजबूत करने में पीएम मोदी की अहम भूमिका रही। बाद में सीएम पद पर रहते हुए उन्होंने देश को विकास का गुजरात मॉडल दिया, जिसके दम पर भाजपा गुजरात में आज तक अंगद का पैर जमाकर सत्ता पर काबिज है।
- 7 अक्तूबर, 2001 को नरेंद्र मोदी ने केशुभाई पटेल की जगह गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली।
- मुख्यमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने 24 फरवरी 2002 को पहली बार राजकोट उपचुनाव में जीत हासिल की थी।
- मुख्यमंत्री बनने के एक साल के बाद ही गुजरात में दिसंबर 2002 में फिर विधानसभा चुनाव हुए। सभी मान रहे थे कि नरेंद्र मोदी एक साल बाद ही होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत हासिल नहीं कर पाएंगे, लेकिन उन्होंने सभी को गलत साबित करते हुए 2002 के गुजरात विधानसभा चुनाव में जोरदार जीत हासिल कर एक बार फिर से सीएम पद की शपथ ली।
- 2002 के चुनाव में नरेंद्र मोदी अहमदाबाद की मणिनगर सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे।
- नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने 2007 और 2012 के विधानसभा चुनाव में भी जीत हासिल की। इस दौरान मोदी मणिनगर सीट से चुनाव जीतते रहे।
- 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने नरेंद्र मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया। 2014 के चुनाव में भाजपा ने मोदी लहर में जोरदार जीत हासिल की और नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली।
- नरेंद्र मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट से चुनाव लड़ा और बड़े अंतर से जीत हासिल की।
8. 2019 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर भाजपा ने पीएम मोदी के नेतृत्व में प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाई और पीएम मोदी फिर से वाराणसी से सांसद चुने गए।