हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश का स्थान सर्वाधिक महत्वपूर्ण : राज्यपाल
देहरादून, 24 जनवरी। बुधवार को राजभवन में उत्तर प्रदेश राज्य का स्थापना दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश राज्य के यहां कार्यरत अधिकारियों सहित अन्य लोगों ने प्रतिभाग किया। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने इस कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए उपस्थित सभी लोगों को पूरे प्रदेश की ओर से स्थापना दिवस की बधाई दी। इस अवसर पर हिम ज्योति स्कूल की छात्राओं ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियां दीं, वहीं दून विश्वविद्यालय की छात्रा शैफाली ढौंडियाल ने कत्थक नृत्य की सुंदर प्रस्तुति दी, जिसकी उपस्थित लोगों ने खूब प्रशंसा की।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश कई कारणों से भारत का विशेष राज्य है। उत्तर प्रदेश, देश का सबसे अधिक आबादी और सबसे अधिक जिलों वाला प्रदेश है। अपनी समृद्ध और विविध स्थलाकृति, जीवंत संस्कृति, त्योहारों, स्मारकों एवं प्राचीन धार्मिक स्थलों व विहारों के कारण घरेलू पर्यटकों के साथ उत्तर प्रदेश भारत के सभी राज्यों में घरेलू पर्यटकों के आगमन में प्रथम स्थान पर है। हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश का स्थान सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। साहित्य और कला के क्षेत्र में यूपी का स्थान सबसे अग्रणी है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर में राम लला मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा होना, भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है, जो देशवासियों के लिए बहुत अविस्मरणीय पल है। आखिरकार, समूचा राष्ट्र सबसे महत्वपूर्ण ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना है। राम की नगरी अयोध्या हो या फिर बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी हो, इनके अभूतपूर्व विकास से आज यूपी वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ा सांस्कृतिक और धार्मिक पर्यटक स्थल बन गया है।
राज्यपाल ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम हमारे विविध राज्यों और केंद्रशासित राज्यों की परस्पर परंपराओं, प्रथाओं, संस्कृति और ज्ञान की समझ को बढ़ाते हुए भारत की एकता और अखंडता को मजबूती देने वाली एक अनोखी पहल है। ये समारोह हमारी ताकत का परिचायक है। ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना हमारी सदियों पुरानी एकता की शक्ति को बल देने वाली है। इस कार्यक्रम में प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर, सचिव श्री राज्यपाल रविनाथ रामन, सचिव श्रीमती राधिका झा, सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडे, आईजी पुलिस श्रीमती विम्मी सचदेवा रामन, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, अपर सचिव श्री राज्यपाल श्रीमती स्वाति. एस. भदौरिया, अपर सचिव नितिन सिंह भदौरिया, श्रीमती रंजना राजगुरु, डॉ. आशीष श्रीवास्तव, वित नियंत्रक डॉ. तृप्ति श्रीवास्तव सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।