देहरादून। भारत-थाईलैंड संयुक्त सैन्य अभ्यास मैत्री के 13वें संस्करण के लिए भारतीय सेना की टुकड़ी रवाना हुई। यह अभ्यास 15 जुलाई तक थाईलैंड के ताक प्रांत के फोर्ट वाचिराप्रकन में आयोजित किया जाना है। इसी अभ्यास का अंतिम संस्करण सितंबर 2019 में उमरोई, मेघालय में आयोजित किया गया था। 76 कर्मियों वाली भारतीय सेना की टुकड़ी का प्रतिनिधित्व मुख्य रूप से अन्य हथियारों और सेवाओं के कर्मियों के साथ लद्दाख स्काउट्स की एक बटालियन द्वारा किया जा रहा है। रॉयल थाईलैंड सेना की टुकड़ी में मुख्य रूप से पहली बटालियन, 4 डिवीजन की 14 इन्फैंट्री रेजिमेंट के 76 कर्मी शामिल हैं।
मैत्री अभ्यास का उद्देश्य भारत और थाईलैंड के बीच सैन्य सहयोग को बढ़ावा देना है। यह अभ्यास संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय VII के तहत जंगल और शहरी पर्यावरण में संयुक्त काउंटर विद्रोह/आतंकवादी अभियानों को निष्पादित करने में संयुक्त क्षमताओं को बढ़ाएगा। यह अभ्यास उच्च स्तर की शारीरिक फिटनेस, संयुक्त योजना और संयुक्त सामरिक अभ्यास पर केंद्रित होगा।
अभ्यास के दौरान अभ्यास किए जाने वाले सामरिक अभ्यास में एक संयुक्त ऑपरेशन केंद्र का निर्माण, एक खुफिया और निगरानी केंद्र की स्थापना, ड्रोन और काउंटर ड्रोन सिस्टम का रोजगार, एक लैंडिंग साइट की सुरक्षा, छोटी टीम प्रविष्टि और निष्कर्षण, विशेष हेलिबोर्न संचालन, घेरा और शामिल होंगे। तलाशी अभियान, कक्ष हस्तक्षेप अभ्यास और अवैध संरचनाओं का विध्वंस। मैत्री अभ्यास दोनों पक्षों को संयुक्त अभियानों के संचालन के लिए रणनीति, तकनीक और प्रक्रियाओं में अपनी सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने में सक्षम बनाएगा। यह अभ्यास दोनों देशों के सैनिकों के बीच अंतर-संचालन, सौहार्द और सौहार्द विकसित करने में मदद करेगा।