कोटद्वार, पौड़ी। पूर्व गर्भाधान और प्रसव पूर्व निदान तकनीक अधिनियम-1994 के तहत गठित जिला स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक में हालिया सर्वे में विकासखण्ड बीरोंखाल, नैनीडांडा, रिखणीखाल, यमकेश्वर तथा पाबौ में लिंगानुपात अन्य विकासखण्डों की तुलना में कम पाये जाने पर जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिये हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी अल्ट्रासाउंड केंद्रों में अनियमितता पाई जाती है तो उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। उन्होंने संबंधित विभाग को लिंगानुपात में सुधार लाने के निर्देश भी दिये। जनपद के अंतर्गत 32 अल्ट्रासाउंड मशीनों पर एक्टिव ट्रेकर डिवाइस स्थापित किया गया है, जिसकी नियमित मॉनिटरिंग स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जा रही है।
बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी द्वारा बताया कि बेटी बचाओं बेटी बढ़ाओं की ई-शपथ कराई गई, जिसमें प्रदेश भर में पौड़ी जनपद पहले स्थान पर आया है। उन्होंने बताया कि नियमित रूप से अल्ट्रासाउंड केंद्रों का निरीक्षण किया जा रहा है। सभी केंद्रों में सीसीटीवी कैमरें स्थापित किये गये हैं। बैठक में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 पारूल, पीसीपीएनडीटी समन्वयक आशीष रावत, सचिव आस्था सेवा संस्थान राकेश चंद्रा, सचिव गढ़वाल जनजागरण चंद्रकांता द्विवेदी सहित अन्य मौजूद थे।