मैनपुरी 29 जनवरी, 2024- जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति, जिला अनुश्रवण समिति की समीक्षा बैठक में कहा कि परिषदीय विद्यालयों में पठ्न-पाठन का माहौल रहे, बच्चों के संवर्धन, स्वास्थ्य, शिक्षा की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कमी न रहे, खंड शिक्षाधिकारी निर्धारित मानक के अनुसार विद्यालयों का निरीक्षण कर शैक्षिक वातावरण में सुधार लायें, जिन विद्यालयों में छात्रों की उपस्थित संतोषजनक नहीं है, वहां बच्चों के अभिभावकों से वार्ता कर उन्हें बच्चों को प्रतिदिन विद्यालय भेजने के लिए प्रेरित करें, अच्छा कार्य करने वाले शिक्षकों को प्रमोट किया जाये।
उन्होने कहा कि जिला बेसिक शिक्षाधिकारी, जिला समन्वयक द्वारा ए.आर.पी स्तर पर किये जा रहे निरीक्षण की मॉनीटरिंग में लापरवाही बरती जा रही है, एआरपी का रोस्टर तैयार कर उनके माध्यम से प्रतिदिन कम से कम 02-02 विद्यालयों का निरीक्षण कराया जाये। उन्होने समीक्षा के दौरान पाया कि विकास खंड करहल के ए.आर.पी. द्वारा 46 प्रतिशत, सुल्तानगंज के एआरपी द्वारा 50 प्रतिशत ही निरीक्षण किया गया है, जिस पर उन्होने एआरपी को नोटिस जारी करने के निर्देश दिये, एवं विकास खंड सुल्तानगंज क्षेत्र में संचालित विद्यालयों में पंजीकृत छात्रों के सापेक्ष मात्र 56 प्रतिशत छात्रों की उपस्थिति पर खण्ड शिक्षाधिकारी सुल्तानगंज को चेतावनी जारी करने, ब्लाक बरनाहल क्षेत्र के विद्यालय में 78 प्रतिशत शिक्षकों की उपस्थित पर खण्ड शिक्षाधिकारी बरनाहल को हिदायत देते हुए शिक्षकों की उपस्थिति में सुधार लाने को कहा। उन्होने कहा कि यदि अगले माह जिस क्षेत्र में शिक्षकों, पंजीकृत छात्रों के सापेक्ष कम उपस्थिति वाले विद्यालयों में खंड शिक्षाधिकारियों की जिम्मेदारी तयकर कार्यवाही होगी।
श्री सिंह ने ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत जनपद में संचालित प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों को 19 बिंदुओं से संतृप्त किए जाने की समीक्षा के दौरान पाया कि 1909 विद्यालयों के सापेक्ष 1785 विद्यालय संतृप्त हो चुके हैं, अभी 123 विद्यालय संतृप्त होने से शेष हैं, जिस पर उन्होनें कहा कि जनपद की स्थिति संन्तोष जनक नही है, जनपद मण्डल में तीसरे स्थान पर एवं बी श्रेणी में है, नगर क्षेत्र में मात्र 86 प्रतिशत एवं खंड विकास स्तर पर 93 से 95 प्रतिशत कार्य ही पूर्ण हुये है। उन्होने समस्त खण्ड विकास अधिकारियों, अधिशाषी अधिकारी नगर निकाय को निर्देशित किया कि कहीं भी शौचालय, पीने हेतु स्वच्छ पानी, विद्युतीकरण, रैम्प, टाइलीकरण आदि बेसिक सुविधाएं सहित शेष सभी पैरामीटर शत-प्रतिशत पूर्ण कराये जायें। उन्होंने कहा कि बच्चों के अभिभावकों के अधार सीडिंग का कार्य भी असंतोषजनक है, तत्काल अधार सीडिंग का कार्य पूर्ण कराया जाय ताकि बच्चों को शासन स्तर से मिलने वाली सुविधायें मुहैया हो सकें। उन्होने खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि अपने-अपने अधीन विद्यालयों में निर्धारित मीनू के अनुसार उच्च गुणवत्ता का गरम भोजन बच्चों को खिलाया जाये, निर्धारित दिवस पर फल, दूध भी छात्रों को मिले सुनिश्चित किया जाये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नेहा बन्धु, जिला कार्यक्रम अधिकारी सुप्रिया गुप्ता, उपायुक्त मनरेगा पी.सी. राम, परियोजना निदेशक डी.आर.डी.ए. सत्येन्द्र कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी तुलसी राम, जिला पूर्ति अधिकारी क्यामुद्दीन अंसारी, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी महेंन्द्र कुमार, समस्त खंड विकास अधिकारी, खंड शिक्षाधिकारी आदि उपस्थित रहे, बैठक का संचालन जिला बेसिक शिक्षाधिकारी दीपिका गुप्ता ने किया।
(अंकित शुक्ला)