हल्द्वानी। कुमाऊं में कई दिन से जंगल धधक रहे हैं, लेकिन जंगलात के आंकड़ों में संख्या शून्य है। कुमाऊं में कहीं भी आग की घटना रिपोर्ट नहीं हुई है। अब वन मुख्यालय ने सभी डीएफओ को आग की घटनाओं को लेकर एक्शन टेकन रिपोर्ट देने को कहा है।इस बार बारिश और बर्फबारी नहीं हुई है, इससे शुष्कता बढ़ी है। पिछले साल अक्तूबर से बागेश्वर में 11 और नवंबर से अल्मोड़ा के जंगलों में 23 आग लगने की घटनाएं सामने आने लगी थी। पिथौरागढ़, चंपावत, नैनीताल जिले में भी जंगल में आग लगने की घटना हो चुकी है।वन विभाग के जंगल की आग की सूचना देने वाली वेबसाइट पर कुमाऊं में संख्या शून्य बताया जा रहा है।
विभागीय सूचनाओं के अनुसार अभी तक प्रदेश में 12 जंगल में आग लगने की घटना हुई है। इसमें गढ़वाल मंडल के आरक्षित और सिविल वन क्षेत्र में चार और वाइल्ड लाइफ क्षेत्र में आठ घटनाएं शामिल हैं। कुमाऊं में कोई भी घटना रिपोर्ट नहीं हुई है।इस संबंध में मुख्य वन संरक्षक वनाग्नि नियंत्रण निशांत वर्मा कहते हैं कि अलर्ट आ रहे हैं, सभी डीएफओ को अलर्ट पर एक्शन टेकन रिपोर्ट मांगी गई है। सभी घटनाओं की सूचना दर्ज की जाएगी।वहीं, चार दिनों से केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के नागनाथ रेंज के जंगल धू-धू कर जल रहे हैं। जौरासी, मसोली बीट के जंगल में लगी अब विकराल होते हुए बागनाथ बीट तक पहुंच गई है। वनाग्नि से क्षेत्र में कई हेक्टेयर जंगल जल चुके हैं लेकिन वन विभाग अभी तक आग नहीं बुझा पाया है।