गंगा घाटों पर टप्पेबाजी की घटनाओं को अंजाम देने वाला अंतर्राज्यीय टप्पेबाज गिरोह का खुलासा
देहरादून। गंगा घाटों पर टप्पेबाजी की घटनाओं को अंजाम देने वाला अंतर्राज्यीय टप्पेबाज गिरोह के 10 सदस्यों को दून पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया हैं। गिरोह के सदस्य घाटों पर स्नान करने वाले श्रद्धालुओं, यात्रियों का ध्यान भटका कर उनका सामान चोरी कर लेते थे। चार धाम यात्रा, कावड़ मेला व अन्य पर्वो के दौरान गिरोह के सदस्य सक्रिय होते है। गिरोह के सदस्य हरिद्वार, ऋषिकेश व अन्य स्थानों पर गंगा घाटों पर टप्पेबाजी की घटनाओं को अंजाम देते हैं।
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के दौरान देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु चारों धाम के दर्शन करने हेतु ऋषिकेश व अन्य स्थानों पर पहुंचते हैं। काफी संख्या में श्रद्धालुओं के चार धाम यात्रा में आने के दृष्टिगत इस दौरान टप्पेबाजी गिरोहो के भी सक्रिय होने की संभावना रहती है, जो कि चार धाम यात्रा में आए श्रद्धालुओं/यात्रियों के घाट पर स्नान करते समय उनका ध्यान भटका कर सामान चोरी कर लेते हैं। जिसके दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह के द्वारा चार धाम यात्रा हेतु ऋषिकेश में नियुक्त समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी गणों को चार धाम यात्रा में आने वाले यात्रियो की सुरक्षा व इस प्रकार की घटनाओं में लिप्त गिरोह पर सतर्क दृष्टि रखते हुए आवश्यक कार्रवाई करने हेतु आदेशित किया गया है। जिसके क्रम में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ऋषिकेश के द्वारा ऋषिकेश क्षेत्र अंतर्गत स्नान घाटों पर सादे वस्त्रों एवं वर्दी में पुलिस फोर्स नियुक्त किया गया है। इस दौरान कोतवाली ऋषिकेश में दो भिन्न-भिन्न तहरीर प्राप्त हुई।
अमित कुमार जाटव पुत्र प्रकाश सिंह निवासी गंगानगर ऋषिकेश के द्वारा एक लिखित तहरीर दी गई कि वह अपने दोस्त विकी पुत्र अशोक कुमार निवासी कुमार बड़ा ऋषिकेश के साथ 11 मई को त्रिवेणी घाट पर स्नान के लिए आये थे, उनके द्वारा अपने कपड़े उतार कर घाट की सीढ़ियों में रखकर स्नान करने के लिए गए और स्नान करके वापस आने पर उनकी पैंट के अंदर से 7000 रुपये उनका आधार कार्ड तथा उनके दोस्त विक्की की जींस पैंट के अंदर से उसका आधार कार्ड व काले रंग की नॉइस कंपनी की स्मार्ट वॉच को किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा चोरी कर लिया था।
अंकुर बिश्नोई पुत्र वाई के बिश्नोई निवासी मधु विहार जमालपुर कला हरिद्वार के द्वारा एक लिखित तहरीर दी गई कि वह 11 मई को त्रिवेणी घाट स्नान करने के लिए आये थे, इस दौरान त्रिवेणी घाट शिव मूर्ति के पास गंगा जी में स्नान करने के दौरान उन्होंने अपने कपड़े व सामान घाट पर बनी सीढ़ियों पर उतरकर रख दिए, इस दौरान किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा उनका काले रंग का पिट्ठू बैग किपलिंग कंपनी, जिसमें एक मोबाइल फोन विवो कंपनी, एक नीले रंग की जींस की पेंट, जिसमें 6000 रुपये नगद, उनका आधार कार्ड व एक हाथ की घड़ी थी, किसी अज्ञात चोर के द्वारा चोरी कर लिया गया है। प्राप्त दोनो लिखित तहरीर के आधार पर कोतवाली ऋषिकेश में अभियोग पंजीकृत कर विवेचना प्रारंभ की गई। प्राप्त सूचनाओं पर स्नान घाटों पर नियुक्त टीमों के द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए घटनास्थल का निरीक्षण कर, उच्च स्तरीय पतारसी सुरागरसी, सीसीटीवी कैमरे की फुटेज का अवलोकन कर तथा मुखबिर तंत्र की सहायता से घटना से संबंधित अभियुक्तो के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारियां एकत्रित कर आज उक्त घटनाओं से संबंधित 05 अभियुक्तो को नाव घाट के पास से तथा अन्य 05 अभियुक्त को रेलवे रोड गुरुद्वारा के पास से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तो के कब्जे से दोनो घटनाओं से संबंधित माल बरामद किया गया। पूछताछ में अभियुक्तो द्वारा बताया गया कि वे सभी गोंडा उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं, देश के अलग-अलग स्थानों पर धार्मिक यात्राओं के शुरू होने पर वे सभी गिरोह बनाकर उक्त स्थानों पर पहुँच जाते है तथा आस-पास की धर्मशालाओं या अन्य जगहों पर कमरे किराए पर लेकर रहने लगते हैं, इस दौरान वे लोग घाटों तथा भीड़- भाड़ वाले स्थानों पर घूमते रहते हैं तथा मौका देखकर स्नान करने अथवा दर्शन करने वाले यात्रियों/श्रद्धालुओं का ध्यान भटका कर उनके द्वारा घाट किनारे रखे गए पैसे, मोबाइल फोन, घड़ियां व अन्य कीमती सामान को चोरी कर लेते हैं। चोरी किये गए सामान को एकत्रित करने के बाद उसे आपस में बांट लेते हैं और अपने अपने गांव वापस चले जाते हैं।